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पीएम विश्वकर्मा योजना: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका

 

पीएम विश्वकर्मा योजना का परिचय

भारत सरकार ने 2023 में पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के शिल्पकारों, कारीगरों और छोटे व्यवसायियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना उन लोगों के लिए विशेष रूप से बनाई गई है जो कारीगरी के काम में लगे हैं और अपने व्यवसाय को बढ़ाना चाहते हैं। इस लेख में, हम इस योजना की पात्रता, लाभ, और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।

योजना की पात्रता

पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता मानदंड हैं:

  1. आयु सीमा: आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  2. व्यवसाय में संलग्नता: आवेदक को किसी व्यवसाय में संलग्न होना चाहिए, जैसे बढ़ई, लोहार, कुम्हार आदि।
  3. अन्य योजनाओं से लाभ: आवेदक ने पहले मुद्रा योजना, पीएमईजीपी योजना या अन्य सरकारी योजनाओं से लोन नहीं लिया होना चाहिए।
  4. परिवार का नियम: एक परिवार से केवल एक सदस्य ही इस योजना के तहत आवेदन कर सकता है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ

1. स्किल से संबंधित प्रशिक्षण

इस योजना के अंतर्गत आवेदकों को उनके व्यवसाय से संबंधित 5 से 7 दिन की बुनियादी ट्रेनिंग प्रदान की जाती है। यह प्रशिक्षण उन्हें अपने कौशल को और बेहतर बनाने में मदद करता है।

2. स्टाइपेंड

ट्रेनिंग के दौरान आवेदकों को प्रतिदिन ₹500 का स्टाइपेंड दिया जाता है, जो कि उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहायक होता है।

3. औजार खरीदने के लिए वित्तीय सहायता

योजना के तहत, आवेदकों को ₹1.5 लाख तक का लोन प्राप्त होता है, जिससे वे अपने व्यवसाय के लिए आवश्यक औजार खरीद सकते हैं।

4. कोलेटरल फ्री लोन

इस योजना का एक बड़ा लाभ यह है कि इसमें आवेदक को कोलेटरल (सुरक्षा) देने की आवश्यकता नहीं होती। पहले 1 लाख का लोन लेने के बाद, आवेदक बाद में और 1 लाख का लोन ले सकता है।

5. डिजिटल लेनदेन पर प्रोत्साहन

यदि आप डिजिटल लेनदेन करते हैं, तो आपको प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर ₹1 का लाभ मिलेगा। यह व्यापार को डिजिटल बनाने में मदद करता है।

किस प्रकार के व्यवसाय इस योजना के अंतर्गत आते हैं?

पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित व्यवसायों के लोग आवेदन कर सकते हैं:

  • बढ़ई: लकड़ी के सामान बनाने वाले।
  • लोहार: लोहे के उपकरण बनाने वाले।
  • कुम्हार: मिट्टी के बर्तन बनाने वाले।
  • मूर्तिकार: मूर्तियाँ बनाने वाले।
  • चमड़े का काम करने वाले: लेदर उत्पाद बनाने वाले।
  • राजमिस्त्री: भवन निर्माण में लगे लोग।




आवेदन प्रक्रिया

पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. सीएससी सेंटर पर जाएं: अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाएं।
  2. जरूरी दस्तावेज लाएं: पहचान पत्र, व्यवसाय संबंधित प्रमाण आदि।
  3. बायोमेट्रिक सत्यापन: आवेदन बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट) के माध्यम से किया जाएगा।
  4. ऑनलाइन आवेदन: सीएससी पर आपके दस्तावेजों की जाँच के बाद, आपका ऑनलाइन आवेदन भरा जाएगा।
  5. प्रशिक्षण और लोन: आवेदन स्वीकृत होने के बाद, आपको प्रशिक्षण लिया जाएगा और फिर लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. क्या मैं एक से अधिक बार पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन कर सकता हूँ?

नहीं, एक परिवार से केवल एक सदस्य ही आवेदन कर सकता है।

2. क्या मुझे पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए कोई फीस देनी होगी?

इस योजना के तहत आवेदन करने की कोई फीस नहीं है।

3. मुझे लोन के लिए क्या दस्तावेज़ चाहिए?

आपको पहचान पत्र, व्यवसाय संबंधित प्रमाण और बैंक विवरण की आवश्यकता होगी।

4. क्या मुझे ट्रेनिंग के लिए यात्रा भत्ता मिलता है?

हाँ, ट्रेनिंग के दौरान आपको प्रति दिन ₹500 का स्टाइपेंड मिलता है।

5. क्या डिजिटल लेनदेन का लाभ सभी व्यवसायों के लिए है?

जी हाँ, सभी व्यवसाय जो डिजिटल लेनदेन करते हैं, उन्हें इसका लाभ मिलेगा।

निष्कर्ष

पीएम विश्वकर्मा योजना छोटे व्यवसायियों और कारीगरों के लिए एक उत्कृष्ट अवसर है। इस योजना का लाभ उठाकर वे न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं, बल्कि अपने कौशल को भी विकसित कर सकते हैं। यदि आप इस योजना के लिए पात्र हैं, तो आज ही आवेदन करें और अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं।

आपकी सहायता के लिए हम हमेशा तत्पर हैं। यदि आपको इस योजना से संबंधित कोई और जानकारी चाहिए, तो कृपया हमें बताएं। जय हिंद!

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